रांची में आक्रोश मार्च

झारखंड के रांची जिले के कांके अंचल के पिठौरिया गांव में एक हफ्ते के अंदर दो किसानों की आत्महत्या की घटना के खिलाफ झारखंड के किसानों की कर्ज माफी और पीड़ित किसान परिवारों को मुआवजा के लिए भाकपा(माले) और अखिल भारतीय किसान महासभा ने 16 जून 2017 को रांची में आक्रोश मार्च निकाला. ‘रघुवर शासन का उपहार - आत्महत्या के लिए किसान लाचार’ के नारों के साथ पार्टी कार्यालय शहीद महेन्द्र सिंह भवन से आक्रोश मार्च निकाला गया और अल्बर्ट एक्का चौक पर पहुंच कर सभा की गई. वक्ताओं ने कहा कि किसानों के समक्ष आत्महत्या की लाचारी, डावांडोल विधि व्यवस्था, मिलावटखोरों और जमाखोरों की चांदी, अच्छे पदाधिकारियों के तबादले, कौड़ियों के भाव जमीन की कॉरपारेट लूट - रघुवर शासन की यही असलियत है. किसानों की आत्महत्या की घटना में सच्चाई को दफन करने की तैयारी की जा रही है. सरकार सच्चाई को कबूल करते हुए पूरे राज्य के किसानों के कर्जे माफ करे, अन्यथा पार्टी आंदोलन तेज करेगी. आक्रोश मार्च में माले जिला सचिव भुवनेश्वर केवट, माले नेता नदीम खान, सुदामा खलखो, एनामुल हक, भीम साव, तस्लीम अंसारी, मनोज महतो, शांति सेन, एलिसबा एक्का, बदरी प्रसाद चौरसिया समेत कई नेतागण शामिल थे.