चौधरी हीरा सिंह फल एवं सब्जी मंडी, जिसे दिल्ली की आजादपुर मंडी के नाम से जाना जाता है, की मजदूर यूनियन (संबद्ध ऐक्टू) ने अपने 13वें वार्षिक सम्मेलन का आयोजन किया. सम्मेलन की शुरुआत ऐक्टू के संस्थापक महासचिव का. स्वपन मुखर्जी को श्रद्धांजलि देने से हुई. सम्मेलन का उद्घाटन दिल्ली ऐक्टू के अध्यक्ष वी.के.एस. गौतम ने किया.
यूनियन के सचिव मथुरा पासवान, जो खुद भी एक निलम्बित मंडी कर्मी हैं, ने यूनियन की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के बाद कहा, - हमने वो दिन भी देखे हैं जब कोई किसी भी एजेंट के किसी गलत काम के खिलाफ आवाज़ उठाने की जुर्रत नहीं कर सकता था. 13 साल बीत गए हैं, हमने मालिकों और कमिशन एजेंटों के खौफ से मुक्ति पाई है. लेकिन अभी हमें बहुत सारे बाकी कामों को अंजाम देना है, हमारी यूनियन मजदूरों के अधिकारों व सम्मान के संघर्ष में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी.
वी.के.एस. गौतम ने कहा कि, ”तीन साल बीत गए हैं जब मोदी ने अपने जुमलों से हमें बेवकूफ बनाया था. उसकी मजदूर-विरोधी, किसान-विरोधी, गरीब-विरोधी नीतियों को लेकर किसी को भी उसकी मंशा पर अब शक नहीं रह गया है. दिल्ली में भी 'आप' की सरकार द्वारा किए गए वायदे अभी तक पूरे नहीं हुए हैं. लेबर ऑफिस अब भी अधिकारियों के बिना खाली पड़े हैं, और ज्यादातर मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी नहीं मिल रही है. हमें समझना होगा कि ना तो भाजपा और ना ही कांग्रेस या 'आप' मजदूरों का भला कर सकती हैं, हमें एक झंडे तले संगठित होना होगा.”
सम्मेलन में मथुरा पासवान को अध्यक्ष एवं ओमप्रकाश बडोला को सचिव चुना गया.